अंतर्वेदी के माधव
- वेणीमाधव : दारागंज स्थित वेणी (त्रिवेणी) तट पर वेणी माधव विद्यमान हैं। यह प्रयाग के नगर देवता हैं।
- अक्षयवट माधव : यह गंगा-यमुना के मध्य में विराजमान हैं।
- अनंत माधव : दारागंज में अनंत माधव का प्राचीन मंदिर है।
- असि माधव : शहर के ईशान कोण में स्थित नागवासुकी मंदिर के पास असि माधव वास करते हैं।
- मनोहर माधव : जानसेनगंज में मनोहर माधव है। द्रव्येश्वरनाथ मंदिर में लक्ष्मीयुक्त मनोहर माधव हैं।
- बिंदु माधव : शहर के वायव्य कोण में द्रौपदी घाट के पास बिंदु माधव निवास है।
मध्यवेदी के माधव
- श्रीआदि माधव : संगम के मध्य जल रूप में आदिमाधव विराजमान हैं।
- चक्र माधव : प्रयाग के अग्नि कोण में अरैल में सोमेश्वर मंदिर के निकट स्थित हैं चक्र माधव।
- श्रीगदा माधव : यमुना पार के क्षेत्र स्थित छिवकी रेलवे स्टेशन के पास गदा माधव का प्राचीन मंदिर है।
- पद्म माधव : यमुनापार के घूरपुर से आगे भीटा मार्ग पर वीकर देवरिया ग्राम में स्थित हैं पद्म माधव।
बहिर्वेदी के माधव
- संकटहर माधव : झूंसी में गंगा तट पर वटवृक्ष में संकटहर माधव का वास है।
- शंख माधव : झूंसी के छतनाग में मुंशी के बगीचे में शंख माधव की स्थली मानी जाती है।
Antarvedi K Madhav
- Venimadhav: Veni Madhav is present on the bank of Veni (Triveni) located in Daraganj. He is the city deity of Prayag.
- Akshayavat Madhav: It is situated in the middle of Ganga-Yamuna.
- Anant Madhav: There is an ancient temple of Anant Madhav in Daraganj.
- Asi Madhav: Asi Madhav resides near the Nagavasuki temple located in the northeast of the city.
- Manohar Madhav: There is Manohar Madhav in Jansenganj. Laxmiyukt Manohar Madhav is in the Dravyeshwarnath temple.
- Bindu Madhav : Bindu Madhav Niwas is situated near Draupadi Ghat in the western corner of the city.
Madhava of Madhyavedi
- Sri Aadi Madhav: In the middle of the confluence, Adimadhav is seated in the form of water.
- Chakra Madhav: Chakra Madhav is situated near Someshwara temple in Arail in the fire angle of Prayag.
- Shrigada Madhav : There is an ancient temple of Gada Madhav near the Chhivki railway station located across the Yamuna.
- Padma Madhav: Padma Madhav is situated in Vikar Deoria village on Bhita road ahead of Ghurpur of Yamunapar.
Madhav of Bahirvedi
- Sankathar Madhav: Sankathar Madhav resides in a tree on the banks of the Ganges in Jhunsi.
- Shankh Madhav: The place of Shankh Madhav is considered to be in the Munshi's garden in Chhatnag of Jhunsi.
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